प्यारे से दो नैना भाग - 1
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🌸🌸 प्यारे से दो नैना🌸🌸
(भाग एक)
जो आनंद मां को अपने शिशु को निहारकर होता है।जोआनंद किसान को लहलहाती फसलों को निरखकर होता है।जो आनंद किसी पत्नी को पति की राहें टकटकी लगाकर देखते हुए होता है वही आनंद तुहिन को उन आंखों को बंद पलकों से देखते हुए हो रहा था। उन मदहोश आंखों की अथाह गहराइयों में एक बार देखा तो जैसे आजीवन डूब जाने को लालायित हो उठा।फिर क्या था दिनरात उन्हीं नैनों में बस जाने की या यूं कहें कि बसा लेने के रंगीन ख़्वाब आंखों में चमक बिखेरने लगे।ऐसा क्या हुआ कि तुहिन उन नैनों का दीवाना हो गया।बात दरअसल उन दिनों की है जब वह कक्षा 12वी का छात्र था। रोज की तरह आज भी वाह सुबह घर से भोर में निकला था साईकिल लेकर क्योंकि वह रोज 45घरों में अख़बार पहुंचाने का कार्य करता था।आज वाह थोड़ी जल्दी में था क्योंकि आज उसे थोड़ी जल्दी कॉलेज पहुंचना था आज कॉलेज में फंक्शन जो था।वह जल्दी जल्दी पैडल मार रहा थकी अचानक चौराहे पर लाल बत्ती जल उठी। उसे न चाहते हुए भी रुकना पड़ा। उसी समय एक कार भी ठीक उसके बगल में आकर रुक गई। साइकिल पर पीछे पेपर का बंडल बंधा देख कार में पीछे बैठे एक संभ्रांत से दिखने वाले महाशय ने एक पेपर हेतु आवाज दी। चूंकि सिग्नल हरा होने वाला था इसलिए तुहिन ने झट से पेपर दिया और पैसे लिया।लेकिन वह तो जैसे कहीं और को गया।तभी पीछे के वाहनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। तब जाकर उसने झट से अपनी साइकिल एक साईड कर के आगे बढ़ाई।लेकिन उसके हृदय में जो खलबली मच गई उसका क्या?और खलबली का कारण था कार में संभ्रांत महाशय के साथ बैठी हुई तरूणी जिसकी मृगनयनीआंखें न जाने कैसे आंखों में बस गईं। बहरहाल वो अपना काम निपटा कर कॉलेज पहुंचा। कॉलेज में फंक्शन की तैयारियां जोरों पर थीं।तुहिन भी फटाफट अपने आप को उन लोगों के साथ शामिल कर लियालेकिन उसके तो नैनों में बसे थे वो ही दो नैन। जैसे तैसे काम निपटाकर वो घर पहुंचा, घर में मम्मी के काम में हाथ बटाया क्योंकि पापा के बचपन में ही गुजर जाने के बाद ये उसकी दिनचर्या में शामिल था। खैर जैसे तैसे रात कटी।सुबह सारे काम निपटाकर कॉलेज पहुंचा और जब फंक्शन स्थल पर पहुंचकर स्टेज की ओर नज़र डाली तो उसकी आंखें तो मारे उत्साह से अपलक उठी रह गईं।
(क्रमशः)
नरसिंह हैरान जौनपुरी मुंबई
Seema Priyadarshini sahay
19-Jan-2022 06:20 PM
Nice part sir
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kapil sharma
05-Jan-2022 11:54 PM
Next part sir 🙏
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